Priyanka Verma

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लेखनी प्रतियोगिता आत्म नियंत्रण

आत्म नियंत्रण 


मनुष्य विचारों का एक अथाह सागर है। जिसमें प्रतिपल अनगिनत विचार कौंधते रहते हैं। हमारे कर्म इन्ही विचारों के ही प्रतिफल होते हैं। अच्छे विचार, अच्छे कर्म और बुरे विचार बुरे कर्मों के रूप में परिणित होते हैं।

अपने विचारों को नियंत्रित करने को ही आत्म नियंत्रण कहा गया है। विचारों के रूप में बहती अनंत ऊर्जा को आत्म नियंत्रण के द्वारा ही एक सही दिशा प्रदान की जा सकती है और सफलता के नए मार्ग खोले जा सकते हैं।
किस प्रकार हम अपने विचारों को सफलता के सूत्र में बदल सकते हैं? यहां इन्हे आसान भाषा में ऐसे समझा जा सकता है:-
1. हमारे मन के आने वाले विचारों को लक्ष्यबद्ध करना। 
2. लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विचारों को प्रयास में बदलना।
3. अपने विचारों को प्रयासरत रहते हुए कुछ नया सीखने के लिए खुद को प्रेरित करना।
4. असफल होने के बाद भी नकारात्मक विचारों के प्रभाव से खुद को मुक्त रखना।
5. सफल होने के लिए , अपने विचारों को आत्म नियंत्रण द्वारा संचालित करना।

याद रखिए, किसी भी सफलता की पहली सीढ़ी एक सकारात्मक ऊर्जा से भरा विचार ही होता है।


प्रियंका वर्मा
14/9/२२


आप। सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏😊💐💐💐

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7 Comments

Pratikhya Priyadarshini

22-Sep-2022 08:51 PM

Bahut khoob likha tha

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Swati chourasia

15-Sep-2022 04:00 PM

Very nice 👌

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Raziya bano

15-Sep-2022 03:57 PM

Shaandar

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